की है, उन्हें हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त समझा
2.
को हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान दिलवाने के लिए तत्कालीन
3.
प्रशासनिक समस्याएँ निदेशानुसार कार्यशालाओं में उन्हें प्रशिक्षित किया जाना है जिन्हें हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान हो।
4.
कुल संख् या 2. हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान रखने वालों की संख् या 3.
5.
हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान रखने वालों की संख्या 3. न्यूनतम 25 प्रतिशत हिंदी में काम करने वालों की संख्या
6.
कार्यालयों के कर्मचारी हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त नहीं करते तब तक पत्र का दूसरी भाषा में अनुवाद उपलब्ध कराया जाता रहेगा।
7.
नियम 10 (4) जिन कार्यालयों में 80 प्रतिशत या उससे अधिक कर्मचारियों को हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान प्राप्त हो उन कार्यालयों को अधिसूचित किया जा
8.
मैट्रिक स्तर तक एक विषय के रूप में हिंदी का अध्ययन अथवा प्राज्ञ परीक्षा उत्तीर्ण या लिखित घोषणा को हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान माना जाता है।
9.
· सन 1952 में हिंदीतर भाषी अधिकारियों / कर्मचारियों को हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान दिलवाने के लिए तत्कालीन शिक्षा मंत्रालय के अधीन हिंदी शिक्षण योजना आरंभ की गई।
10.
मैट्रिक स्तर तक एक विषय के रूप में हिंदी का अध्ययन अथवा प्राज्ञ परीक्षा उत्तीर्ण या लिखित घोषणा को हिंदी का कार्यसाधक ज्ञान माना जाता है।